इस लेख में आप Computer Kya Hai – कंप्यूटर के कितने प्रकार होते हैं? कंप्यूटर की विशेषताएं क्या हैं? इससे संबंधित विस्तारपूर्वक जानकारी जानेंगे.
दोस्तों इस तकनीकी दुनिया में अधिकांश लोग कंप्यूटर का इस्तेमाल करना चाहते है. आप सभी जानते हैं कि इस डिजिटल दुनिया में कंप्यूटर के बिना कोई भी काम नहीं हो पाता है. इसलिए अधिकतर लोग कंप्यूटर सेक्टर की ओर अधिक बढ़ रहे है.
अगर आप भी कंप्यूटर सेक्टर में आगे बढ़ना चाहते हैं और आप कंप्यूटर क्या है? (Computer Kya Hai) कंप्यूटर के कितने प्रकार होते हैं? और साथ ही कंप्यूटर की विशेषताएं क्या हैं? इसके बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये हैं.
क्योंकि इस लेख में हम बताएंगे कि Computer Kya Hai एवं इससे जुड़ी तमाम जानकारियों से हम आपको रूबरू कराएंगे, तो इस लेख के साथ अंत तक बनें रहे –
कंप्यूटर का फुल फॉर्म हिंदी और इंग्लिश में क्या है? (What is the Full Form of Computer in English and Hindi)
Computer Full Form in English –
मैंने अक्सर लोगों को देखा है कि कंप्यूटर क्या है in English या कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है, ऐसे बहुत से लोग इसके बारे में पूछते रहते हैं. लेकिन अधिकतर लोंगो को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसका कोई स्टैण्डर्ड फुल फॉर्म नहीं है. लेकिन इंग्लिश में एक फुल फॉर्म काफी मशहूर है. जिसे इंग्लिश में कॉमनली ऑपरेटेड मशीन स्पेशली यूज्ड टेक्निकल एजुकेशनल रिसर्च (Commonly Operated Machine Particularly Used Technical Educational Research) कहते हैं.
Computer Ka English Full Form Detail Mein
Computer Hindi Full Form – कंप्यूटर का अर्थ और परिभाषा
यदि हम कंप्यूटर की बात करें, तो कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो आमतौर पर तकनीकी तथा अकादमिक शोध कार्यों में प्रयोग किया जाता है. उसी तरह अगर हम कंप्यूटर के हिंदी फुल फॉर्म की बात करें, तो कंप्यूटर को हिंदी फुल फॉर्म के आधार पर परिभाषित करें, तो इसकी परिभाषा नीचे दी गई तालिका (table) के अनुसार होगी.
कंप्यूटर क्या है? (What is Computer in Hindi)
अगर हम कंप्यूटर की बात करें, तो कंप्यूटर (Computer) को “संगणक” के नाम से भी जाना जाता है. और उसी प्रकार कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (Electronic Device) है, जो उपयोगकर्ता द्वारा इनपुट (Input) किए गए डेटा को संसाधित (Process) करता है और परिणाम को आउटपुट (Output) के रूप में प्रदान करता है. क्योंकि कंप्यूटर में डेटा को स्टोर तथा पुनर्प्राप्त करने और संसाधित करने की अद्भुत क्षमता होती है.
इसके अलावा आप कंप्यूटर का उपयोग दस्तावेज़ बनाने, ईमेल भेजने या फिर गेम खेलने तथा इंटरनेट से वीडियो बनाने एंव प्रस्तुतिकरण जैसे कई कार्यों के लिए कर सकते हैं.
यदि हम कंप्यूटर शब्द की बात करें तो Computer शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी शब्द से ही हुई है. जिसका अर्थ गणना करने के साथ-साथ कंप्यूटर तथा कंप्यूटिंग डिवाइस से संबंधित है. क्योंकि कम समय में कंप्यूटर से ज्यादा स्पीड कैलकुलेशन की जा सकती है.
इसलिए विश्व के प्रत्येक क्षेत्र में कंप्यूटर (Computer) का उपयोग अधिक किया जा रहा है. जैसे कि स्कूल, कॉलेज, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, अंतरिक्ष और फिल्मों आदि में बहुत तेजी से हो रहा है. इसके अलावा बैंक, यातायात, उद्योग व्यापार, तथा होटल और कई अन्य जगहों पर कंप्यूटर का इस्तेमाल अधिक होता जा रहा है.
क्योंकि कंप्यूटर पहले से लिखे हुए प्रोग्राम के अनुसार ही चलता है. इसलिए तो कंप्यूटर की अपनी मेमोरी होती है. जिसमें डेटा, प्रोग्राम, प्रोसेस रिजल्ट सभी सेव होते हैं. इसलिए कंप्यूटर के भौतिक भाग जैसे वायर, ट्रांजिस्टर, सर्किट, हार्ड डिस्क सभी हार्डवेयर (Hardware) कहलाते हैं. और उसी प्रकार कंप्यूटर के अंदर के प्रोग्राम और एप्लिकेशन यह सभी सॉफ्टवेयर (Software) कहलाते हैं.
तो आइए आगे जानते हैं हार्डवेयर Hardware तथा सॉफ्टवेयर Software के बारे में कुछ जरूरी जानकारियां जो निम्नलिखित है.
कंप्यूटर हार्डवेयर क्या है?
अगर हम Computer Hardware की बात करें, तो हार्डवेयर आपके कंप्यूटर का हिस्सा है. जिसमें भौतिक संरचना शामिल है. जैसे सीपीयू, कीबोर्ड, माउस, स्पीकर, प्रिंटर आदि. ये सभी कंप्यूटर के बाहरी हार्डवेयर (External Hardware) हैं.
इसके अतिरिक्त जो CPU के इंटरनल पार्ट में लगे होते हैं. जैसे की Motherboard, RAM, ROM, Processor, Disk Drive, SMPS, CPU Fan etc. इंटरनल हार्डवेयर (Internal Hardware) है.
1. सिस्टम इकाई (System Unit)
कंप्यूटर (Computer) का मुख्य भाग सिस्टम यूनिट है. जिसमें कंप्यूटर को काम करने के लिए सभी डिवाइस लगाए जाते हैं. जिसे कंट्रोल प्रोसेसिंग यूनिट (Control Processing Unit) यानी CPU कहते हैं. जिसके अंदर मदरबोर्ड, रैम, रोम, प्रोसेसर, हार्ड डिस्क पावर सप्लाई एसएमपीएस आदि लगे होते हैं.
2. मॉनिटर (Monitor)
मॉनिटर की बात करें तो मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस है. जिसे Visual Display Device कहते हैं. जिसका काम दिए गए निर्देशों का परिणाम दिखाना है. इसी तरह आज के समय में कई तरह के मॉनिटर देखने को मिलते हैं. जैसे CRT Monitor, LED Monitor, LCD Monitor, Flat Panel Monitor आदि.
3. कीबोर्ड (Keyboard)
मुख्य इनपुट डिवाइस कीबोर्ड है और इस कीबोर्ड का कार्य उपयोगकर्ता द्वारा कंप्यूटर में डेटा और सूचना को अल्फाबेटिक और न्यूमेरिक रूप में इनपुट करना है. मतलब कि इसकी मदद से आप कंप्यूटर में टेक्स्ट नंबर या फिर स्पेशल सिंबल आदि टाइप कर सकते हैं. और ज्यादातर की-बोर्ड क्वैर्टी (Qwairty), ड्वोरक (Dvorak) तथा अज़ैर्टी (Azairty) इनका इस्तेमाल मुख्य रूप से किया जाता है.
4. माउस (Mouse)
माउस भी एक इनपुट डिवाइस है. जिसे पॉइंटिंग डिवाइस (Pointing Device) कहते हैं. जिसकी सहायता से हम कंप्यूटर को ऑपरेट या फिर नेविगेट करते हैं. क्योंकि इसका उपयोग टेक्स्ट में कर्सर और स्थिति को दिखाने के लिए तथा ब्लिंकिंग पॉइंट जो पॉइंटर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए उपयोग किया जाता है.
5. स्पीकर (Speaker)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्पीकर एक आउटपुट डिवाइस है. और साथ ही स्पीकर के माध्यम से हम कंप्यूटर (Computer) में चल रहे मूवी, प्रोग्राम, गेम और गाने की आवाज सुन सकते हैं.
6. प्रिंटर (Printer)
Printer इसका उपयोग कंप्यूटर (Computer) में प्राप्त डेटा और सूचनाओं को पेज पर प्रिंट करने के लिए किया जाता है. साथ ही यह प्रिंटर ब्लैक एंड व्हाइट के साथ-साथ कलर डॉक्यूमेंट को भी प्रिंट करता है. इसके अलावा, प्रिंटर की गति प्रति सेकंड या लाइनों प्रति मिनट तथा पेज प्रति मिनट में माफ़ी जाती है. इसी तरह कागज के प्रिंटेड दस्तावेज़ को हार्ड कॉपी कहा जाता है. और साथ ही कंप्यूटर में सेव किए गए डॉक्यूमेंट को सॉफ्ट कॉपी कहते हैं.
Computer Software Kya Hai
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जिस तरह बेसिक हार्डवेयर का होना जरूरी है, उसी तरह सॉफ्टवेयर का होना भी उतना ही जरूरी है. तो आइए नीचे बताए गए सॉफ्टवेयर के प्रकार के बारे में जानते हैं.
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)
सिस्टम सॉफ्टवेयर प्रोग्राम कंप्यूटर (Computer) को चलाने और नियंत्रित करने तथा इसके विभिन्न भागों की देखभाल करने के लिए डिज़ाइन किया जाता हैं. इसे ही सिस्टम सॉफ्टवेयर कहते हैं. क्योंकि कंप्यूटर के साथ हमारा संपर्क या संचार सिस्टम सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही किया जा सकता है. इसलिए यह सिस्टम सॉफ्टवेयर यूजर की सुविधा के लिए बनाया गया है.
2. अनुप्रयोग प्रक्रिया सामग्री (Application Software)
जो हमारा वास्तविक कार्य करने के लिए लिखा गया है. उन प्रोग्रामों को एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर कहा जाता है. जैसे वेब ब्राउजर, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, गेम, मीडिया प्लेयर आदि. क्योंकि एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर यूजर के विशिष्ट कार्यों को करने के लिए बनाया जाता है.
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कंप्यूटर कार्यप्रणाली (Computer Working System)
यदि हम कंप्यूटर (Computer) के कार्यप्रणाली की बात करे, तो कंप्यूटर मुख्य रूप से किसी भी कार्य को करने के लिए इन चार प्रक्रियाओं को करता है. क्योंकि उपयोगकर्ता से निर्देश लेना, उसके आधार पर प्रोसेसिंग करना, अंत में संसाधित डेटा को संग्रहीत कर उसे प्रदर्शित करना होता है. क्योंकि इन कार्यों को Input – Processing – Output and Storage द्वारा दर्शाया जाता है. नीचे दिए गए डायग्राम के माध्यम से जानिए.
इनपुट (Input)
उपयोगकर्ता द्वारा कंप्यूटर (Computer) को दिए गए कमांड को इनपुट कहा जाता है. क्योंकि उपयोगकर्ता Input Devices तथा कीबोर्ड और माउस का इस्तेमाल करते हैं.
प्रोसेसिंग (Processing)
कंप्यूटर उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए निर्देशों के आधार पर डेटा को संसाधित करता है. क्योंकि इसमें कंट्रोल प्रोसेसिंग यूनिट यानी सीपीयू जिम्मेदार होता है. इसलिए, उपयोगकर्ता द्वारा इनपुट किए गए डेटा में हेरफेर करके, यह इसे सार्थक जानकारी में परिवर्तित करता है.
आउटपुट (Output)
जैसे ही हम इनपुट डेटा को प्रोसेस करते हैं, उसके बाद कंप्यूटर उसे Output Device पर भेजता है ताकि वह उपयोगकर्ता द्वारा प्राप्त किया जा सके. क्योंकि मुख्य रूप से Display Device Monitor का उपयोग आउटपुट को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है.
संचयन (Storage)
इसमें यूजर प्रोसेस्ड डाटा या सूचनाओं को भविष्य में दोबारा इस्तेमाल के लिए कंप्यूटर (Computer) में स्टोर कर लेता है.
कंप्यूटर के आवश्यक भाग (Essential Parts Of Computer)
अगर हम Computer के आवश्यक भाग की बात करें, तो कंप्यूटर के कई भाग होते हैं. जिन्हें मुख्य रूप से Hardware और Software जैसे दो भागों में बांटा गया है. तो आइए जानते हैं कंप्यूटर के आवश्यक भाग के बारे में.
1. मुख्य सर्किट बोर्ड (Main Circuit Board) – यह एक मदरबोर्ड है जो कैबिनेट के अंदर मौजूद हरे रंग का एक बड़ा मदरबोर्ड है। जिसका काम CPU, RAM, Hard Drive, और Graphics Card तथा अन्य हार्डवेयर पार्ट्स को Connect करना होता है.
2. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit (CPU) – Central Processing Unit अथवा CPU को Computer का ‘मस्तिष्क’ कहा जाता है.
3. RAM – RAM का पूरा नाम Random Access Memory है. यह Compute की प्राथमिक मेमोरी होती है, जिसका उपयोग सीपीयू द्वारा वर्तमान में संसाधित किए जा रहे डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है.
4. स्टोरेज डिवाइस (Storage Device) – Hard Disk Drives और Solid State Drives कंप्यूटर में डेटा को स्थायी रूप से स्टोर करने के लिए सबसे सामान्य प्रकार के स्टोरेज डिवाइस हैं. इसलिए, ये दोनों बड़ी मात्रा में डेटा स्टोर कर सकते हैं.
5. इनपुट/आउटपुट डिवाइस (I/O Devices) – जो कंप्यूटर में डेटा इनपुट करने और आउटपुट प्राप्त करने का काम करता है. उन्हें Input/Output Devices डिवाइस कहा जाता है. क्योंकि इन उपकरणों के उपयोग से उपयोगकर्ता Compute को नियंत्रित करने में सक्षम होता है. जैसे कि नमूना तौर पर मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस, स्पीकर, प्रिंटर, स्कैनर आदि.
कंप्यूटर के मुख्य विभिन्न प्रकार (Main Different Types of Computers)
यदि हम मुख्य विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरों (Computer) के बारे में बात करते हैं, तो Compute कई आकारों में होते हैं, और साथ ही वे कई अलग-अलग कार्य करते हैं. इसलिए हम आपको कंप्यूटर के प्रकार के बारे में बताने जा रहे हैं. जो निम्नलिखित है.
डेस्कटॉप कंप्यूटर (Desktop Computers)
अगर हम डेस्कटॉप कंप्यूटर (Desktop Computers) की बात करें तो डेस्कटॉप कंप्यूटर आमतौर पर घर में या अधिकारी की मेज पर रखा जाता है, जिसे विशेष रूप से व्यक्ति के काम के लिए बनाया गया है. जिसे हम पर्सनल कंप्यूटर के रूप में भी जानते है. जिसमें मॉनिटर, सीपीयू, कीबोर्ड, माउस कुछ अलग-अलग हिस्सों में बने होते हैं.
लैपटॉप कंप्यूटर (Laptop Computer)
जहाँ तक आप लैपटॉप कंप्यूटर (Laptop Computer) से परिचित होंगे ही क्योंकि लैपटॉप कंप्यूटर बैटरी से चलने वाला कंप्यूटर है, जिसे आप कभी भी और कहीं भी ले जा सकते हैं. और लैपटॉप कंप्यूटर का उपयोग कर सकते हैं.
टेबलेट कंप्यूटर (Tablet Computer)
टैबलेट कंप्यूटर (Tablet Computer) एक टचस्क्रीन डिवाइस है. जिसका साइज लैपटॉप कंप्यूटर से छोटा है और स्मार्टफोन से बड़ा है. और साथ ही इस टैबलेट कंप्यूटर को हाथ की उंगलियों से इस्तेमाल करना होता है. क्योंकि यह बहुत अधिक पोर्टेबल है. इसलिए हम इसे कई भी ले जाकर कर इस्तेमाल कर सकते हैं.
सर्वर (Servers)
अगर हम Servers की बात करें, तो सर्वर एक Computer ही है, जो नेटवर्क पर मौजूद अन्य कंप्यूटरों को जानकारी प्रदान करता है. जिसमें Web Servers, Mail Servers, File Servers, तथा Application Servers. शामिल हैं.
अन्य प्रकार के कंप्यूटर (Other types of Computers)
स्मार्टफोन (SmartPhone) – Smartphone यह हाथ में पकड़ने वाला स्मार्टफोन होता है. जिसे हम Handheld Computer कह सकते है. जिसका इस्तेमाल हम कॉल करने, SMS टाइप करने या SMS भेजने के लिए कर सकते हैं. या फिर इंटरनेट का उपयोग करने के लिए कर सकते हैं.
पहनने योग्य (Wearable) – Wearable हम कह सकते हैं, जो कंप्यूटर से बनी चीजें हैं जैसे स्मार्टवॉच, फिटनेस ट्रैकिंग बैंड तथा स्मार्टफोन में मौजूद अधिकतर फीचर्स इन्हीं डिवाइस में दिए गए हैं.
गेम कंसोल (Game Console) – Game Console हम उसे कह सकते हैं. जिसे हम TV से कनेक्ट करके या फिर Monitor से कनेक्ट करके गेम खेल सकते हैं. और साथ ही गेम खेलने का आनंद लें सकते हैं.
टीवी (TV) – TV को हम Smart TV भी कह सकते हैं. क्योंकि इसमें एप्लिकेशन शामिल होते हैं. इसलिए हम टीवी पर अपनी पसंद के अनुसार मूवी, टीवी शो, यूट्यूब या इंटरनेट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
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कंप्यूटर की विशेषताएं (Features of Computer in Hindi)
- Speed (गति)
- Accuracy (शुद्धता)
- Storage Capacity (भंडारण क्षमता)
- Automation (स्वचालन)
- Reliability (विश्वसनीयता)
- Diligence (लगन)
- Versatility (चंचलता)
1. Speed
कंप्यूटर अथवा संगणक बहुत ही अधिक तीव्र गति से कार्य करता है. इसलिए यह बड़ी मात्रा में डेटा की गणना करने की क्षमता रखता है. और साथ ही यह लाखों कैलकुलेशन को तेज गति से कुछ ही सेकंड में पूरा कर सकता है.
2. Accuracy
Computer से किसी भी प्रकार की कोई त्रुटि नहीं होती है. यदि किसी परिणाम में कोई भूल होती है, तो वह मानवीय हस्तक्षेप और दर्ज निर्देशों के आधार पर होती है.
3. Storage Capacity
कंप्यूटर सिस्टम में डेटा स्टोर करने की क्षमता काफ़ी अधिक होती है. इसलिए, यह सभी प्रकार के डेटा, फाइल्स, फीचर्स, प्रोग्राम्स, साउंड्स तथा गेम्स आदि को स्टोर करता है.
4. Automation
स्वचालित मशीनों का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है. इसलिए कंप्यूटर प्रोग्राम लोड हो जाने पर स्वतः अपने आप अपने कई कार्य करता है.
5. Reliability
कंप्यूटर की मेमोरी अधिक से अधिक शक्तिशाली होती है, क्योंकि कंप्यूटर से संबंधित पूरी प्रक्रिया विश्वसनीय होती है. इसलिए एक्सेसरीज को आसानी से पलटा और मेंटेन किया जा सकता है.
6. Diligence
कंप्यूटर एक बहुत ही मेहनती मशीन है, जो बिना थके और बिना रुके एकाग्रता, ध्यान, कड़ी मेहनत तथा समान सटीकता के साथ अपना काम सुचारू रूप से कर सकता है.
7. Versatility
Computer एक बहुउद्देशीय मशीन है. जिससे हम Typing, Document, Report, Graphic, Video, Email आदि जैसे सभी जरूरी काम कर सकते हैं.
कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? (Who Invented Computer History)
देखा जाए तो ऐसे कई लोगों ने कंप्यूटर के क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया है. लेकिन खास कर अधिकांश योगदान चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) का है. क्योंकि वे सर्वप्रथम 1837 में एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine) के साथ सामने आए थे.
क्योंकि इस एनालिटिकल इंजन में ALU बेसिक फ्लो कंट्रोल और इंटीग्रेटेड मेमोरी का कॉन्सेप्ट लागू किया गया था. और साथ ही उनके माध्यम से इस डिजाइन को लागू किया गया. क्योंकि उन्होंने ही इस काम में सबसे ज्यादा योगदान दिया, इसलिए “चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक” कहा जाता है.
कंप्यूटर की पीढ़ियां (Generations of Computers)
कंप्यूटर की पीढ़ियों के बारे में कुछ शॉर्टकट में आइए जानते हैं.
कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी 1940 – 1956
पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों में विकसित मुख्य कंप्यूटर – ENIAC, EDVAC, UNIVAC आदि.
कंप्यूटर की द्वितीय पीढ़ी 1956 – 1963
द्वितीय पीढ़ी में विकसित मुख्य कंप्यूटर आईबीएम 7094, सीडीसी 1604, यूनिवैक 1108, हनीवेल 400 आदि.
कंप्यूटर की तृतीय पीढ़ी 1963 – 1971
तृतीय पीढ़ी में विकसित मुख्य कंप्यूटर हैं जैसे की IBM 360, ICL 2900, PDP, TDC-316
कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी 1971 – 1980
चौथी पीढ़ी में विकसित मुख्य कंप्यूटर DEC 10, STAR 1000, PDP 11, CRAY-1, IBM 4341 आदि हैं.
कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी 1980 से लेकर अभी तक
पांचवीं पीढ़ी में विकसित मुख्य कंप्यूटर डेस्कटॉप, लैपटॉप, नोटबुक, अल्ट्राबुक आदि हैं.
कंप्यूटर के फायदे तथा नुकसान (Advantages and Disadvantages of Computer)
फायदे (Advantages)
- सबसे अच्छी बात यह है कि इससे समय की बचत होती है.
- यह संचार का सबसे अच्छा और सर्वोत्तम माध्यम है.
- इसकी जटिल संख्यात्मक गणना भी 100% प्रतिशत ठीक होती है.
- इससे कम समय में ज्यादा से ज्यादा काम करवाया जा सकता है.
- यह सबसे अच्छी फाइल शेयरिंग मशीन है.
नुकसान (Disadvantages)
- गलत इस्तेमाल से समय की हानि होती है.
- यदि आप कंप्यूटर पर बहुत अधिक काम कर रहे हैं, तो आपकी आंखें, शरीर तथा स्वास्थ्य से संबंधित समस्या उत्पन्न हो सकती है.
- Computer पर ज्यादा काम करने से सिर दर्द और कमर दर्द की समस्या होने लगती है.
- कंप्यूटर पर ज्यादा काम करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं हो पाता है.
- इसी तरह, कंप्यूटर पर बहुत अधिक काम करने से अनिद्रा की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Question)
Q. कंप्यूटर का जनक किसे कहा जाता है?
A. Computer का जनक चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) को कहा जाता है.
Q. कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था?
A. सन 1822 में चार्ल्स बैबेज के द्वारा ही कंप्यूटर का आविष्कार किया गया था.
Q. कंप्यूटर के सभी कार्यों को कौन नियंत्रित करता है?
A. Computer के सभी कार्यों को CPU नियंत्रित करता है.
Q. कीबोर्ड का आविष्कार कब और कौन से वर्ष हुआ था?
A. अमेरिकी वैज्ञानिक क्रिस्टोफर लैथम शोलेज ने वर्ष 1868 में टाइपराइटर और QWERTY कीबोर्ड का आविष्कार किया था.
Q. प्रिंटर का आविष्कार कब हुआ था?
A. प्रिंटर का आविष्कार चेस्टर कार्लसन ने 1938 में किया था.
Q. कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते हैं?
A. Computer को हिंदी में संगणक कहा जाता हैं. और साथ ही इसका मतलब गणना करना होता है.
Q. कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है?
A. Computer का पूरा नाम इंग्लिश में काफी मशहूर है. जिसे इंग्लिश में कॉमनली ऑपरेटेड मशीन स्पेशली यूज्ड टेक्निकल एजुकेशनल रिसर्च (Commonly Operated Machine Particularly Used Technical Educational Research) कहते हैं.
Conclusion
दोस्तों, इस लेख में Computer Kya Hai | Computer Ke Prakar Kitne Hai इससे जुड़ी जानकारी बताई गई है. जो इस प्रकार है –
- कंप्यूटर का फुल फॉर्म इंग्लिश और हिंदी में
- कंप्यूटर क्या है? (Computer Kya Hai)
- Computer हार्डवेयर क्या है?
- Computer Software Kya Hai?
- कंप्यूटर कार्यप्रणाली
- कंप्यूटर के आवश्यक भाग
- Computer के मुख्य विभिन्न प्रकार
- अन्य प्रकार के कंप्यूटर
- कंप्यूटर की विशेषताएं
- Computer का आविष्कार किसने किया?
- कंप्यूटर की पीढ़ियां
- कंप्यूटर के फायदे तथा नुकसान
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
दोस्तों, इस लेख में मैंने Computer Kya Hai | Computer Ke Prakar इससे संबंधित जानकारियों से परीचित कराया है. मुझे उम्मीद है कि आपको Computer Kya Hai की यह जानकारी पसंद आई होगी.
अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो. और यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है. अगर हाँ, तो इस लेख को अपने दोस्तों तथा अन्य लोगों के साथ जितना हो सके शेयर करें. धन्यवाद.
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