Judge Kaise Bane | Nyayadhish Banne Ke Liye Kya Kare – दोस्तों इस लेख में आप जज कौन होता है? न्यायधीश कैसे बने? इससे जुड़ी जानकारी जानेंगे.
दोस्तों, जो इच्छुक उम्मीदवार कानून की डिग्री प्राप्त करने के बाद जज बनने की इच्छा रखता है, उस उम्मीदवार के लिए Judge Kaise Bane इसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए? साथ ही इसकी परीक्षा प्रक्रिया क्या है? और इनका वेतन कितना होता है. इससे जुडी तमाम जानकारी देने जा रहे हैं.
अगर आप भी जज बनने की सोच रहे हैं, तो इस लेख में हम आपको बताएंगे कि Judge Kaise Bane और जज बनने के लिए आप क्या करे? इससे जुड़ी जानकारी इस लेख में जानेंगे, तो इस लेख को पूरा पढ़ें –
जज कौन होता है (Who is the Judge in Hindi)
अगर हम जज (Judge) की बात करें, तो जज वह व्यक्ति होता है जो कोर्ट में किसी भी अपराधी के खिलाफ सही और गलत का फैसला करता है. हम उसे जज या न्यायाधीश भी कहते हैं. इसके अलावा, वकीलों की राय या दोनों पक्षों की राय को सुनने के बाद, वह सही निर्णय लेता है, उसे न्यायाधीश कहा जाता है.
तो आइए आगे जानते हैं कि जज (Judge) या न्यायाधीश बनने के लिए क्या योग्यता (Qualification) होनी चाहिए.
न्यायाधीश बनने के लिए क्या करे?
न्यायाधीश बनने के लिए योग्यता
अगर आप जज बनने की सोच रहे हैं, तो उसके लिए आपके पास कुछ जरूरी योग्यताएं होनी चाहिए. यदि आपके पास वकालत से संबंधित सभी योग्यताएं हैं और वकालत के बारे में अच्छा अनुभव है, तो आप जज बन सकते हैं. तो आइए जानते हैं कि जज के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए.
- अगर आप जज बनना चाहते हैं तो आपके पास 12वीं के बाद किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए.
- इसके अलावा आपके पास सात साल का कानूनी अनुभव होना चाहिए.
- आपके पास स्थिति को समझकर सही और गलत निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए.
- आपको आत्मविश्वासी होने के साथ-साथ ईमानदार भी होना चाहिए.
- अगर आप कोर्ट में जज बनना चाहते हैं तो आपकी उम्र 62 साल से कम होनी चाहिए.
इंडिया में LLB Course के लिए सर्वश्रेष्ठ कॉलेज
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज मुंबई
- मुंबई विश्वविद्यालय
- न्यायिक विज्ञान कलकत्ता
- गुजरात लॉ यूनिवर्सिटी
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज मुंबई
- आईएलएस लॉ स्कूल पुणे
- नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया बैंगलोर
- नलसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ हैदराबाद
- भारतीय विधि संस्थान नई दिल्ली
- राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय भोपाल
- पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय विश्वविद्यालय
- ला पटियाला के राजीव गांधी राष्ट्रीय विश्वविद्यालय
- राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ
- पेट्रोलियम और ऊर्जा विश्वविद्यालय देहरादून
- नेशनल एकेडमी ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च हैदराबाद
जज कैसे बने (Judge Kaise Bane Information in Hindi)
अगर आप जज बनना चाहते हैं तो जज बनने के लिए सबसे पहले आपको कानून में स्नातक होना चाहिए. इसके लिए आप 12वीं के बाद होने वाली (CLAT) परीक्षा में शामिल हो सकते हैं.
यह पांच साल का कोर्स है, जिसमें आपको BA LLB की डिग्री मिलती है. आप बीए या ग्रेजुएशन के बाद तीन साल का LLB कोर्स भी कर सकते हैं. उसके बाद आपको एक वकील के रूप में पंजीकरण करना होगा. तभी आप वकालत कर सकते हैं. और सात साल के अनुभव के बाद आप जज की परीक्षा में बैठ सकते हैं.
हालांकि इसके लिए अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं. इसके अलावा अलग-अलग राज्यों में जज की नियुक्ति की प्रक्रिया भी अलग-अलग होती है. अगर आप जज बनने के लिए आयोजित की जानी वाली एग्जाम को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करते हैं, तो आप जज बन सकते हैं.
जज के लिए परीक्षा प्रक्रिया (Exam Process for Judge)
भारत के हर एक राज्य में State Public Service Commission द्वारा Judicial Service Examination, जिला या Subordinate Court Examination का आयोजन किया जाता है.
हालांकि, यह परीक्षा अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकती है. लेकिन इस परीक्षा में आपको तीन श्रेणियों में विभाजित परीक्षा से गुजरना पड़ता है. तो आइए जानते हैं तीन कैटेगरी में बंटी परीक्षा के बारे में जो नीचे दी गई है.
- प्रारंभिक परीक्षा Preliminary Exam
- मुख्य परीक्षा Main Exam
- साक्षात्कार Interview
प्रारंभिक परीक्षा – Preliminary Exam
अगर आप जज बनना चाहते हैं तो आपको सर्वप्रथम प्रारंभिक परीक्षा पास करनी होगी. जिसमें आपका पहला पेपर सामान्य ज्ञान का होता है जो कि 150 अंक का होता है. जिसे पूरा करने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है.
इसी तरह आपका दूसरा पेपर लॉ का होता है, जो कुल 300 अंकों का होता है, जिसे पूरा करने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है. यदि आप इस प्रारंभिक परीक्षा को सुरक्षित रूप से पास कर लेते हैं, तो आप आगे मुख्य परीक्षा में शामिल होते हैं.
मुख्य परीक्षा – Main Exam
जैसे ही आप पहले चरण की प्रारंभिक परीक्षा को सुरक्षित रूप से पास करते हैं, आप मुख्य परीक्षा के लिए पात्र हो जाते हैं. और इस मुख्य परीक्षा में आपके कुल 5 पेपर होते हैं और प्रत्येक पेपर के लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है.
Exam Pattern
- Paper 1 जनरल नॉलेज – अंक 150 – समय अवधि 3 घंटे
- पेपर 2 लैंग्वेज – अंक 200 – समय अवधि 3 घंटे
- Paper 3 LAW – I (SUBSTANTIVE LAW) – अंक 200 – समय अवधि 3 घंटे
- पेपर 4 LAW – II (PROCEDURE AND EVIDENCE) – अंक 200 – समय अवधि 3 घंटे
- पेपर 5 LAW – III (PENAL, REVENUE AND LOCAL LAWS) – अंक 200 – समय अवधि 3 घंटे
हालांकि यह मुख्य परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा की तुलना में काफी कठिन है. जिसे पास करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. यदि आप इस मुख्य परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं, तो आप इस परीक्षा के अंतिम चरण साक्षात्कार में शामिल होते हैं.
साक्षात्कार – Interview
अगर आप प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं, तो आप इस परीक्षा के अंतिम चरण साक्षात्कार में उपस्थित होते हैं. यह इंटरव्यू 100 अंकों का होता है. यदि आप इस साक्षात्कार में सफल होते हैं, तो आपका चयन न्यायाधीश यानी जज के पद के लिए किया जाता है.
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कैसे बने (How to Become a High Court Judge)
उच्च न्यायालय में न्यायाधीश बनने के लिए लॉ की बैचलर डिग्री होनी चाहिए. साथ ही भारत का नागरिक होना चाहिए. आपके पास 10 साल का न्यायिक कार्य अनुभव या 10 साल का कानूनी अनुभव हो. और इसके लिए आपकी न्यूनतम आयु 62 वर्ष के भीतर होनी चाहिए.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के अलावा अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश, उस राज्य के राज्यपाल तथा संबंधित उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श से की जाती है.
और उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश राज्य के राज्यपाल को प्रस्ताव भेजते हैं और राज्यपाल मुख्यमंत्री से परामर्श करके प्रधानमंत्री के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजते हैं. राष्ट्रपति उस प्रस्ताव पर भारत के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श से न्यायाधीश की नियुक्ति करता है.
नोट : कुछ राज्यों में उच्च न्यायालय होते हैं. जिसे हम High Court के नाम से जानते हैं. हालांकि उच्च न्यायालय में भी बढ़े मुकदमों सुलझाए जाते है. और यह भारत में 25 उच्च न्यायालय (High Court) हैं.
सुप्रीम कोर्ट में जज कैसे बने (How to Become a Judge in Supreme Court)
अगर आप सुप्रीम कोर्ट में जज बनना चाहते हैं, तो सर्वप्रथम आपको भारत का नागरिक होना चाहिए. साथ ही उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में 5 वर्ष का अनुभव हो. या लगातार दस वर्षों तक किसी उच्च न्यायालय या न्यायालय में अधिवक्ता रहे हों. साथ ही न्यायाधीश के लिए सेवा का कोई निश्चित कार्यकाल नहीं है. लेकिन वे 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक अपनी सेवा जारी रख सकता है.
इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दें की भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति संविधान के नियमों के तहत राष्ट्रपति द्वारा की जाती है. सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद भारत का सर्वोच्च और ऊँचा न्यायिक पद है. इसलिए सर्वोच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के परामर्श से की जाती है.
नोट : सर्वोच्च न्यायालय जिसे हम सुप्रीम कोर्ट के नाम से जानते हैं. जो भारत में एक ही है और दिल्ली में स्थित है. जहां बड़े-बड़े मामले सुलझाए जाते हैं.
जिला तथा सत्र न्यायालय के प्रकार तथा पोस्ट (Types and Posts of District and Sessions Court)
प्रकार – Type
- Civil Court
- Criminal Court
- Revenue Court
पद – Post
Civil Court – घरेलू कोर्ट
- District Judge
- Additional District Judge
- Behavioral Judge First Class
- Behavioral Judge Second Class
Criminal Court – फ़ौजदारी अदालत
- District and Sessions Judge
- Additional District and Sessions Judge
- Chief Judicial Magistrate
- Other Judicial Magistrates
Revenue Court – राजस्व न्यायालय
जज की सैलरी कितनी होती है (Judge Ki Salary)
अगर जज की सैलरी की बात करें, तो जज की सैलरी अलग-अलग राज्यों के हिसाब से अलग-अलग होती है. फिर भी जज की सैलरी 45 से 50 हजार के आसपास होती है. और इसमें सीनियर जज की सैलरी करीब 80 हजार से 90 हजार के बीच होती है.
इसके अलावा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का वेतन 2.50 लाख रु. और उच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीशों का वेतन 2.25 लाख रु तक होता है. इसी तरह सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का वेतन 2.80 लाख तथा सर्वोच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीशों का वेतन 2.50 लाख रुपये तक है.
FAQs Related to Judge
Question – न्यायाधीश की नियुक्ति कौन करता है?
Answer – उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के अलावा अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश, उस राज्य के राज्यपाल तथा संबंधित उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श से की जाती है.
Question – सिविल जज कैसे बने?
Answer – सिविल जज बनने के लिए सबसे पहले किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास करें. ध्यान रहे बारहवीं पास करने के बाद किसी मान्यता प्राप्त लॉ कॉलेज/संस्थान से बैचलर ऑफ लॉ/एलएलबी कोर्स करें. उसके बाद विधि में स्नातक (स्नातक) की डिग्री उत्तीर्ण करने के बाद सिविल जज के लिए आवेदन करें.
Question – जज कैसे बने?
Answer – जज बनने के लिए सबसे पहले आपको कानून में स्नातक होना चाहिए. इसके लिए आप 12वीं के बाद होने वाली (CLAT) परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. हालांकि यह पांच साल का कोर्स है, जिसमें आपको BA LLB की डिग्री मिलती है. आप बीए या ग्रेजुएशन के बाद तीन साल का LLB कोर्स भी कर सकते हैं. उसके बाद आपको एक वकील के रूप में पंजीकरण करना होगा. तभी आप वकालत कर सकते हैं. और सात साल के अनुभव के बाद आप जज की परीक्षा में बैठ सकते हैं.
Question – भारत में कितने न्यायाधीश हैं?
Answer – इंडिया में 25 उच्च न्यायालय हैं. इन उच्च न्यायालयों में स्वीकृत न्यायाधीशों की कुल संख्या 1108 है, जिनमें से 836 स्थायी न्यायाधीश हैं और शेष 272 अतिरिक्त न्यायाधीशों के लिए स्वीकृत हैं. 1 सितंबर 2022 तक, 326 सीटें, लगभग 29%, खाली हैं.
Question – भारत का सर्वोच्च और ऊँचा न्यायिक पद कौन सा है?
Answer – सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद भारत का सर्वोच्च और ऊँचा न्यायिक पद है. इसलिए सर्वोच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के परामर्श से की जाती है.
निष्कर्ष – Conclusion
दोस्तों इस लेख में Judge Kaise Bane | Nyayadhish Banne Ke Liye Kya Kare इससे जुड़ी जानकारी बताई है. जो इस प्रकार है –
- जज कौन होता है?
- न्यायाधीश बनने के लिए योग्यता
- जज कैसे बने
- जज के लिए परीक्षा प्रक्रिया
- उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कैसे बने
- सुप्रीम कोर्ट में जज कैसे बने
- जिला तथा सत्र न्यायालय के प्रकार तथा पोस्ट
- जज की सैलरी कितनी होती है
- FAQs Related to Judge
दोस्तों इस लेख में मैंने Judge Kaise Bane | Nyayadhish Banne Ke Liye Kya Kare इससे संबंधित जानकारी आपके सामने पेश की है. मुझे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी. क्योंकि इस लेख में मैंने सिविल जज, हाई कोर्ट जज, सुप्रीम कोर्ट जज के बारे में जानकारी दी है.
यदि आपको इस लेख में दी गई जानकारी न्यायाधीश (Judge) बनने के लिए उपयोगी लगती है, तो इस लेख को अपने दोस्तों तथा अन्य लोगों के साथ जितना हो सकें अधिक से अधिक शेयर करें. धन्यवाद.
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