Manglik Dosh Check Kaise Kare in Hindi – Janiye Iske Lakshan Aur Mangal Dosh Ke Prabhav Tatha Upay – ज्योतिष में मंगल ग्रह का काफी महत्व है, आपको बता दें कि मंगल सौरमंडल का सबसे लाल ग्रह है. हालांकि यह ग्रह पृथ्वी से कई अधिक दुरी पर है, फिर भी यह हमारे जीवन को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है. क्योंकि इन्हें ऊर्जा और पराक्रम का कारक माना जाता है.
तो आइए मांगलिक दोष क्या है? मांगलिक दोष चेक करें (Manglik Dosh Check Kaise Kare) साथ ही इनके लक्षण तथा मंगल दोष के प्रभाव और उपाय के बारे में जानते हैं.
मांगलिक दोष क्या है? (What is Mangalik Dosh in Hindi)
मांगलिक दोष (Manglik Dosh) की बात करें तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें, बारहवें भाव में हो तो वह व्यक्ति मांगलिक होता है. साथ ही आपको बता दें कि मांगलिक दोष एक ऐसा दोष है, जो किसी भी व्यक्ति के दांपत्य जीवन के लिए अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दोष के कारण दाम्पत्य जीवन में कलह, परेशानी, तनाव, तलाक आदि होने की संभावना रहती है. इसलिए इसे जन्म कुण्डली में कुज दोष या मंगल दोष भी कहा जाता है.
मांगलिक दोष की जांच कैसे करें? (How to Check Manglik Dosh in Hindi)
यदि आप जानना चाहते हैं कि मांगलिक दोष है या नहीं, तो इसके लिए आपको किसी अच्छे आदरणीय ज्योतिषी के पास जाना होगा. वहां आपको अपना नाम, जन्मतिथि, जन्म स्थान, जिले, राज्य या गांव का नाम बताना होगा.
लेकिन एक बात का जरुर ध्यान रखें, जन्म तिथि बताते समय A.M-P.M के साथ सटीक जानकारी दें. ज्योतिषी आपके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बताएगा कि आपको मांगलिक दोष है या नहीं.
मांगलिक दोष के प्रकार
- उच्च मंगल दोष
- निम्न मंगल दोष
उच्च मंगल दोष
यदि मंगल किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली, लग्न/चन्द्रमा में पहले, दूसरे, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान में हो तो इसे ‘उच्च मांगलिक दोष’ माना जाएगा. ऐसे में व्यक्ति को अपने जीवन में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
निम्न मंगल दोष
आपको बता दें कि यदि मंगल किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली, लग्न/चंद्र कुंडली में से किसी एक में 1, 2, 4, 7, 8 या 12वें स्थान पर हो तो इसे “निम्न मांगलिक दोष” माना जाएगा. कुछ ज्योतिषियों के अनुसार, 28 वर्ष की आयु के बाद, यह दोष आपकी कुंडली से स्वतः ही समाप्त हो जाता है.
मांगलिक दोष के लक्षण (Symptoms of Manglik Dosha)
- मांगलिक लोगों को अधिक गुस्सा आता है, क्रोध उनके जीवन का मूल अंग है.
- मंगल दोष आंखों को प्रभावित करता है.
- Manglik Dosh लोगो को आंखों से कम दिखाई देता है.
- Manglik लोगों में शादी के बाद पति-पत्नी के बीच तनाव की स्थिति बन जाती है. वहीं वैवाहिक जीवन में संतान प्राप्ति के लिए इन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
- यह लोग ऊर्जा से भरपूर होने के साथ-साथ स्वभाव से तेज और स्वाभिमानी होते हैं.
कुंडली में मंगल दोष पता करे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि जब किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें, या बारहवें भाव में हो, तो वह व्यक्ति मांगलिक होता है. इसके अतिरिक्त जब किसी व्यक्ति या जातक की कुंडली में मंगल ग्रह भारी मात्रा में होता है, तब वह व्यक्ति मांगलिक कहलाता है.
इसके अलावा आपको बता दें कि जब कोई व्यक्ति मांगलिक होता है तो उसका स्वभाव बहुत ही आक्रामक होता है यानी छोटी-छोटी बातों पर बहुत जल्दी गुस्सा हो जाता है. लेकिन इन मांगलिक जातकों के बारे में एक सच्चाई यह भी कही गई है कि जब ये जमीन से जुड़ा कोई काम करते हैं तो उन्हें जल्द ही फल की प्राप्ति होती है.
मांगलिक व्यक्ति का स्वभाव
- मांगलिक व्यक्ति का स्वभाव कठोर निर्णय लेने वाले तथा बोलने में भी काफी कठोर होते है.
- यह कोई भी काम योजनाबद्ध तरीके से करने वाले होते है और उन्हें लगातार काम करना बेहद पसंद होता है.
- ये मांगलिक लोग अपने विपरीत लिंग के प्रति कम आकर्षित होते हैं, लेकिन ये लोग सख्त अनुशासन बनाते हैं और उसका पालन भी करते हैं.
- यह व्यक्ति जिस काम को करने के बारे में सोचता है वह उस काम को पूरा करने के बाद ही सांस लेता है.
- वे लड़ने और किसी काम को हाथ में लेने से नहीं डरते.
मांगलिक दोष के जातकों पर प्रभाव (Effects of Manglik Dosh on the People)
जातक के लग्न भाव में सूर्य होता है, उसका स्वभाव तेज, क्रोधी और अभिमानी होता है. मंगल दोष के प्रभाव से विवाह में देरी हो सकती है, विवाह टूट सकता है, इसके अलावा यदि विवाह हो भी जाए तो जीवनसाथी के साथ तालमेल की कमी होती है.
क्योकि कुंडली में सप्तम भाव विवाह या वैवाहिक जीवन का प्रतिनिधित्व करता है और इस घर में मंगल की उपस्थिति अशुभ होती है. यहां मंगल की स्थिति पति-पत्नी के बीच अहंकार संघर्ष, तनाव, झगड़ा, तलाक आदि समस्यायों का कारण बनती है.
मांगलिक दोष निवारण या उपाय (Manglik Dosh Remedy)
यदि आपकी कुंडली में मांगलिक दोष के लक्षण पाए जाते हैं, तो आपको किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श करके ही मंगल दोष के उपाय की पूजा करनी चाहिए. तो आइए जानते हैं इसके कुछ खास उपाय जो इस प्रकार हैं.
- मंगल के प्रभाव को कम करने के लिए मांगलिक लोगों को भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए.
- मंगलवार के दिन व्रत रखने और सिंदूर से हनुमान जी की पूजा करने तथा उनके सामने सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ करने से मांगलिक दोष शांत होता है.
- महामृत्युजय मंत्र के जाप से सभी विघ्नों का नाश होता है. वैवाहिक जीवन में मंगल दोष के प्रभाव को कम करने के लिए इस मंत्र की सहायता से मंगल की शांति बनाना लाभकारी होता है.
- सभी मंगलवार को शिवलिंग पर मांगलिक लोगों को कुमकुम चढ़ाना चाहिए और साथ में लाल मसूर की दाल और लाल गुलाब भी चढ़ाना चाहिए.
- ऐसा माना जाता है कि लाल रंग के वस्त्र में मसूर दाल, रक्त पुष्प, रक्त चंदन, मिष्टान और द्रव्य को अच्छी तरह लपेट लें और उसे नदी में प्रवाहित कर से मांगलिक दोष के लक्षण दूर हो जाते हैं.
- मंगल दोष से छुटकारा पाने का सबसे सरल तरीका है कि आप नियमित रूप से हनुमान जी की पूजा करें। यह मंगल दोष को दूर करने में सहायक है.
मांगलिक की शादी कब होती है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हिंदू धर्म में विवाह के संदर्भ में यह दोष बहुत महत्वपूर्ण कारक माना जाता है. क्योंकि मंगल दोष के बारे में ऐसी मान्यता है की सुखी वैवाहिक जीवन के लिए अशुभ बताया जाता है. लेकिन ऐसा भी कहा गया है की जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष हो उसे मांगलिक जीवनसाथी की तलाश करनी चाहिए. अगर लड़का और लड़की दोनों की कुंडली में मंगल दोष की तीव्रता समान हो, तो दोनों को एक दूसरे से विवाह कर लेना चाहिए.
मंगल ग्रह से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
मंगल का तत्व – अग्नि होता है.
इनकी की दिशा – मंगल ग्रह का संबंध पूर्व और दक्षिण दिशा से है.
मंगल ग्रह की ऋतु – ग्रीष्म काल मंगल ग्रह की ऋतु है.
इनके लिए लाल मसूर, रक्त, मूंगा, नीम का पेड़ आदि.
मांगलिक दोष से संबंधित FAQs
Question – मांगलिक दोष कब तक रहता है?
Answer – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है की मांगलिक दोष 28 वर्ष के बाद समाप्त हो जाता है.
Question – मांगलिक दोष कितने प्रकार के होते हैं?
Answer – मांगलिक दोष दो प्रकार के होते है 1. उच्च मंगल दोष, 2, निम्न मंगल दोष
Question – क्या मंगल दोष खतरनाक है?
Answer – आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मंगल दोष खतरनाक नहीं है. वैवाहिक जीवन में मंगल दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए आप वर और वधू की कुंडली का मिलान कर सकते हैं. या फिर इस दोष से निजात पाने के लिए कुछ अनुष्ठान और मंत्रो से मंगल ग्रह को खुश कर सकते हैं.
Question – मांगलिक दोष क्या है?
Answer – व्यक्ति की कुंडली में जब मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें, बारहवें भाव में हो तो वह व्यक्ति मांगलिक होता है.
Question – मांगलिक व्यक्ति को किससे विवाह करना चाहिए?
Answer – जिस व्यक्ति की कुंडली में मांगलिक दोष हो उसे मांगलिक जीवनसाथी की तलाश करनी चाहिए. यदि लड़का और लड़की दोनों की कुंडली में मंगल दोष की तीव्रता समान हो, तो दोनों को विवाह कर लेना चाहिए.
Conclusion
दोस्तों इस लेख में Manglik Dosh Check Kaise Kare in Hindi में इससे जुडी जानकारी बताई है. जो इस प्रकार है –
- मांगलिक दोष क्या है?
- मंगल दोष के प्रकार
- Manglik Dosh की जांच कैसे करें?
- मांगलिक दोष के लक्षण
- कुंडली में मंगल दोष पता करे
- Manglik व्यक्ति का स्वभाव
- मांगलिक दोष के जातकों पर प्रभाव
- Manglik Dosh निवारण या उपाय
- मांगलिक की शादी कब होती है?
- मंगल ग्रह से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- Manglik Dosh से संबंधित FAQs
दोस्तों इस लेख में मैंने Manglik Dosh Check Kaise Kare in Hindi में इससे संबंधित जानकारी से रूबरू कराया है. मुझे उम्मीद है की आपको यह जानकारी पसंद आई होगी.
अगर आपको Manglik Dosh कैसे चेक करें? इनके लक्षण और मंगल दोष के प्रभाव तथा उपाय से जुडी जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है, तो इस लेख को अपने दोस्तों तथा अन्य लोंगो के साथ जरूर शेयर करे. धन्यवाद.
यह भी पढ़े
- कुंभ राशि लड़को के नाम न्यू लिस्ट 2022
- मेष राशि के अनुसार लड़कियों के नाम
- अपने नाम की राशि कैसे जाने
- अपनी जन्म कुंडली कैसे देखे
- लग्न राशि कैसे पता करे
- गूगल मेरा नाम क्या है?
- आज का दिन कौन सा है और तारीख क्या है?
Leave a Reply