Marine Engineer Kya Hai Kaise Bane – Samundri Engineer Banne Ke Liye Kya Kare – इस लेख में आप मरीन इंजीनियर क्या है? कैसे बने इसके बारे में जानेंगे.
दोस्तों बहुत से लोग अपनी रुचि के अनुसार समुद्री क्षेत्र में अपना करियर बनाने का सपना देखते हैं, अगर आपको समुद्र से प्यार है और आप समुद्री क्षेत्र में किसी अच्छे पद पर नौकरी पाना चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि यहां कई तरह के उच्च पद होते हैं, जिनमें से एक मरीन इंजीनियर (Marine Engineer) का पद है.
अगर आपकी रुचि मरीन इंजीनियर बनकर समुद्री क्षेत्र में करियर बनाने की हैं, और आप इसके बारे में जानकारी ढूंढ रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं.
क्योंकि इस लेख में हम आपको Marine Engineer Kya Hai – Marine Engineer Kaise Bane इसके लिए योग्यता क्या है? इसके साथ ही फीस, कोर्स, सिलेबस, सैलरी आदि के बारे में जानकारी देने वाले है, तो इस लेख के साथ अंत तक बने रहें –
मरीन इंजीनियर क्या है? (What is Marine Engineer Details in Hindi)
मरीन इंजीनियर (Marine Engineer) वह होता है जो यांत्रिकी से संबंधित कार्य करता है जैसे जहाजों, नावों, पनडुब्बियों और अन्य जहाजों को डिजाइन करना तथा समुद्री यात्रा और अन्य समुद्री गतिविधियों से संबंधित अन्य संरचनाओं, मशीनों और तकनीकी उपकरणों को तैयार करना.
इतना ही नहीं, मरीन इंजीनियर द्रव यांत्रिकी, हाइड्रोलिक्स और अन्य अवधारणाओं की अपनी जटिल समझ के माध्यम से अभीष्ट उद्देश्यों के आधार पर टिकाऊ पानी के जहाजों को डिजाइन करने और बनाने का काम भी करते हैं.
मरीन इंजीनियर के लिए योग्यता (Eligibility)
जो उम्मीदवार मरीन इंजीनियर बनकर समुद्री क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, उन उम्मीदवारों को अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंड को पूरा करना होगा.
- मरीन इंजीनियर बनने के लिए उम्मीदवार को पहले साइंस स्ट्रीम यानी फिजिक्स केमिस्ट्री मैथमैटिक्स में किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास होना चाहिए
- 12वीं कक्षा फिजिक्स केमिस्ट्री मैथमैटिक्स में कम से कम 60% से अधिक अंक होने चाहिए
- मरीन इंजीनियरिंग का कोर्स आप किसी भी सरकारी कॉलेज या प्राइवेट कॉलेज से कर सकते हैं
- यदि आप मरीन इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री करना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ कॉलेज जेई मेन्स, जेईई एडवांस्ड जैसे प्रवेश स्कोर के आधार पर प्रवेश देते हैं, जबकि कुछ कॉलेज अपनी खुद की प्रवेश परीक्षा का संचालन करते हैं.
मरीन इंजीनियर बनने के लिए शारीरिक योग्यता (Physical Eligibility for Becoming a Marine Engineer)
- इस मरीन इंजीनियर पद के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 17 वर्ष और अधिकतम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए
- इसमें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा में कुछ वर्ष की छूट दी गई है
- पुरुष उम्मीदवारों के लिए लंबाई 150 सेमी होनी चाहिए
- महिला उम्मीदवारों के लिए लंबाई 150 सेमी होनी चाहिए
- इसमें महिला एवं पुरुष उम्मीदवार की आंखों की दृष्टि 6/6 और 6/9 होनी चाहिए और आंखों में किसी भी प्रकार का रोग या प्रॉब्लम नहीं होना चाहिए
मरीन इंजीनियर के लिए जरूरी स्किल्स (Skills Required for Marine Engineer)
यदि आप समुद्री क्षेत्र में एक समुद्री इंजीनियर के रूप में अपना सुनहरा भविष्य बनाना चाहते हैं तो आपके पास कुछ आवश्यक कौशल होने चाहिए, जो इस प्रकार है –
- मरीन इंजीनियर के रूप में करियर बनाने के लिए छात्रों में तकनीकी चीजों को समझने का हुनर होना चाहिए
- इच्छुक छात्रों को रचनात्मक होना चाहिए
- छात्रों को कंप्यूटर और गणित की अच्छी समझ होनी चाहिए
- यह क्षेत्र चुनौतियों से घिरा हुआ है, इसलिए छात्रों के लिए व्यावहारिक सोच होना आवश्यक है
- इसके अलावा, उनके पास खुद को कठिन परिस्थितियों में मन को शांत रखकर काम करने की क्षमता होनी चाहिए
- इस क्षेत्र के सभी कार्य समुद्र से संबंधित हैं, इसलिए समुद्री यात्रा और इससे जुड़े कार्यों में आपकी रुचि होना अनिवार्य है
- कठिन परिस्थितियों में आवश्यक समस्या समाधान कौशल होना चाहिए
मरीन इंजीनियरिंग की फीस (Marine Engineering Fees)
मरीन इंजीनियरिंग की फीस की बात करें तो इसकी फीस सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में अलग-अलग होती है. साथ ही कोर्स के हिसाब से फीस भी अलग-अलग तय की गई है. यदि आप इसमें बीएससी नॉटिकल साइंस या बीएससी मरीन साइंस करते हैं तो आपसे ₹225,000 प्रथम वर्ष की फीस ली जा सकती है, वहीं यदि आप मरीन इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी करते हैं तो आपको ₹225,000 प्रथम वर्ष की फीस देनी पड़ सकती है.
इसके अलावा अगर आप मरीन इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस करते हैं तो आपको पहले साल की फीस 185,000 के आसपास लग सकती है. लेकिन यह आप पर ज्यादा निर्भर करता है कि आप इन कोर्सेज को करने के लिए कौन सा कॉलेज चुनते हैं.
मरीन इंजीनियर के लिए कॉलेज प्रवेश प्रोसेस (College Admission Process for Marine Engineer)
- इच्छुक छात्र जो मरीन इंजीनियरिंग कोर्स करना चाहते हैं, उन्हें सर्व प्रथम अपने चुने हुए कॉलेज या विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा.
- कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाने के बाद रजिस्ट्रेशन करें
- पंजीकरण के बाद आपको एक उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड मिलेगा
- इसके बाद आपको साइन इन करना होगा और फिर अपने चुने हुए कोर्स को चुनना होगा
- कोर्स का चुनाव करने के बाद आवेदन फॉर्म के अनुसार शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ अपनी डिटेल्स भरें
- आवेदन फॉर्म में सभी सही डिटेल्स भर जाने के बाद उसे सबमिट करे
- उसके बाद मांगी गई आवेदन शुल्क का भुगतान करें
- इसमें आपको बता दें कि अगर आपका एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर हुआ है तो पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग का इंतजार करना होगा. क्योंकि आपका चयन अंक सूची के आधार पर किया जाता है.
मरीन इंजीनियर कैसे बने? (Marine Engineer Kaise Bane information in Hindi)
मरीन इंजीनियरिंग के अंतर्गत समुद्र और तटीय क्षेत्रों में रिसर्च की जाती है, इसलिए Marine Engineering के कोर्स में जहाजों के निर्माण और रखरखाव की जानकारी मुख्य रूप से दी जाती है. क्योंकि मरीन इंजीनियरिंग Nautical Architecture और Science से जुड़ी इंजीनियरिंग की एक शाखा है.
अगर आप मरीन इंजीनियरिंग का कोर्स कर समुद्र और तटीय क्षेत्रों में करियर बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से साइंस स्ट्रीम से फिजिक्स केमिस्ट्री मैथमेटिक्स में 10वीं तथा 12वीं पास करनी होगी. ध्यान रहे 12वीं कक्षा में आपके कम से कम 55% से 60% अंक होने चाहिए.
क्योंकि अगर आप किसी अच्छे कॉलेज से मरीन इंजीनियरिंग का कोर्स करना चाहते हैं तो आपको दाखिले के लिए अच्छे अंकों की जरूरत होती है. इसलिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और 12वीं की परीक्षा अच्छे अंकों से पूरी करनी होगी.
12वीं अच्छे अंकों से पास करने के बाद मरीन इंजीनियरिंग का कोर्स किसी भी सरकारी कॉलेज या प्राइवेट कॉलेज से किया जा सकता है, अगर आप किसी सरकारी कॉलेज से करना चाहते हैं तो आपको अपने चुने हुए कॉलेज की प्रवेश परीक्षा IMU CET Entrance Exam या फिर MERI या JEE Advanced जैसे परीक्षा अच्छे अंकों से पास करनी होगी, तभी तो आपको अपने उच्चतम अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाता है.
वहीं अगर आप किसी प्राइवेट कॉलेज से यह कोर्स करना चाहते हैं तो कुछ कॉलेज अपने बेसिक पर एंट्रेंस एग्जाम कराते हैं या कुछ कॉलेज 12वीं के हाईएस्ट मार्क्स के आधार पर सीधे एडमिशन देते हैं.
लेकिन जब आप एंट्रेंस एग्जाम क्लियर कर लेते हैं तो आपके रैंक के अनुसार आपको कॉलेज चुनने का मौका दिया जाता है, हालांकि यह मौका केवल उन बच्चों को दिया जाता है जो अच्छी रैंक प्राप्त करते हैं उसी प्रकार जो बच्चें थोड़ा बहुत कम अच्छे अंक प्राप्त करते हैं, उन बच्चों को उनकी रैंक के अनुसार कॉलेज दिया जाता है.
मरीन इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेते ही आपको अपनी पसंद के अनुसार कोर्स का चुनाव करना होता है. जिसमें आप बी.एससी इन नॉटिकल साइंस (B.sc in Nautical Science) से मरीन इंजीनियरिंग कोर्स भी कर सकते हैं जो कि 3 साल का होता है या आप B.Tech से मरीन इंजीनियरिंग कोर्स कर सकते हैं जो कि 4 साल का कोर्स होता है या आप चाहें तो मरीन इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस भी कर सकते हैं.
जैसे ही आप अपना चुना हुआ कोर्स पूरा कर लेते हैं, तो आपको इंटर्नशिप के अवसरों के लिए आवेदन करना होगा. क्योंकि आपकी रुचि के आधार पर आप नेवल आर्किटेक्चर या अंडरवाटर शिप जैसे विशिष्ट क्षेत्रों से संबंधित इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं और इंटर्नशिप पूरा करने के बाद ही आप अनुभव के तौर पर मरीन इंजीनियर (Marine Engineer) बन सकते है.
मरीन इंजीनियर के लिए कोर्सेस (Courses for Marine Engineer)
- मरीन जियोमैटिक्स में डिप्लोमा
- मरीन इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
- बीएससी समुद्री विज्ञान
- बीएससी समुद्री विज्ञान
- बीई नेवल इंजीनियरिंग
- BE समुद्री प्रौद्योगिकी
- बीई समुद्री और मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- एमएससी सबसी इंजीनियरिंग
- MSc तटीय इंजीनियरिंग
- एमएससी मरीन इंजीनियरिंग
- महासागर नेतृत्व के मास्टर
- समुद्री विज्ञान और प्रबंधन के मास्टर
मरीन इंजीनियरिंग सिलेबस (Marine Engineering Syllabus)
- यांत्रिकी
- अप्लाइड यांत्रिकी प्रयोगशाला
- कार्यशाला प्रौद्योगिकी
- फ्लूइड मैकेनिक्स
- गर्मी और रासायनिक प्रयोगशाला
- सामग्री विज्ञान प्रयोगशाला
- मरीन स्टीम
- उन्नत समुद्री प्रौद्योगिकी
- जहाज़ संचालन और व्यवहार
- मरीना जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग
- पोर्ट प्लानिंग और ड्रेजिंग
- निर्माण, योजना, संचालन और कार्य संचालन बंदरगाह
- एडवांस्ड मरीन कंप्यूटिंग इंजीनियरिंग एंड ऑटोमेशन
मरीन इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट कॉलेज (Best Colleges for Marine Engineering)
- Indian Institute of Technology
- Indian Maritime University, Chennai
- इंडियन Institute of Port Management, Kolkata
- RL Institute of Nautical Sciences, Madurai
- National Institute of Oceanography Goa
- इंडियन Merry Time University Taratala Kolkata
- Cochin University of Science and Technology, Kerala
- Hind Institute of Nautical Science and Engineering, Aligarh
- Maharashtra Academy of Naval Education and Training Pune
- International Marine Communication Center Kochi University
समुद्री इंजीनियरिंग करियर विकल्प
आज के समय में Marine Engineering में बहुत सारे Opportunity और Career Option है, इस क्षेत्र में Engineering की बहुत मांग है. आप चाहे तो शिप कंपनी में जॉब भी कर सकते हैं, जिसमे आप निम्नलिखित पद प्राप्त कर सकते है.
- Faculty Marine Engineering
- Civil Site Engineer
- Marine Engineer
- Production Engineer
- Trainee Engineer
- Marine Engineering Assistant Professor
मरीन इंजीनियरिंग करियर स्कोप (Marine Engineering Career Scope)
इस मरीन इंजीनियरिंग का कोर्स करने के बाद इस फील्ड में करियर स्कोप काफी ज्यादा देखने को मिलता है, जो आप निचे देख सकते है –
- Depth Perception
- Control Precision
- Selective Attention
- Deductive Reasoning
- Spatial Orientation
- Coordination
- Social Perceptiveness
- Oral Expression
- Far Vision
- Oral Comprehension
- Problem Sensitivity
- Speech Clarity
- Critical Thinking
- Judgment
- Decision Making
- High Alertness
- Active Listening
- Communicating Effectively
मरीन इंजीनियरिंग कोर्स के बाद भर्ती कंपनियां (Recruitment Companies after Marine Engineering Course)
- शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
- सिनर्जी समुद्री समूह
- भारतीय नौसेना टॉम
- एमएससी परिभ्रमण
- मर्सक समूह
- अमेरिकी क्रूज लाइन्स
- जीएमएमसीओ लि.
- जीई शिपिंग कंपनी लिमिटेड
- आईटी शिपिंग प्राइवेट लिमिटेड
- फ्लीट मैनेजमेंट लिमिटेड
- SMEC स्वचालन प्रा. लिमिटेड
- Marinetek डिजाइन और इंजीनियरिंग प्रा. लिमिटेड
- कार्निवल क्रूज लाइन टीएमसी शिपिंग प्रा. लिमिटेड
मरीन इंजीनियर के कार्य (Functions of Marine Engineer)
मरीन इंजीनियर के काम की बात करें तो मरीन इंजीनियर का मुख्य काम जहाजों का निर्माण और मशीनरी की मरम्मत करना होता है, इतना ही नहीं ये जहाजों और नावों की डिजाइन तैयार करने समेत कई अन्य जिम्मेदारियां भी निभाते हैं.
इसके अलावा वे अपतटीय तेल और गैस के लिए ऑपरेटिंग प्लेटफॉर्म, पाइपलाइन आदि के निर्माण और डिजाइनिंग के लिए भी जिम्मेदार हैं और कई बार प्रोफेशनल्स को मरीन सर्वेयर की भूमिका भी निभानी पड़ती है, जिसके तहत जहाजों का परीक्षण करना होता है
साथ ही उन्हें अपतटीय प्रतिष्ठानों और सुरक्षा उपायों आदि का अध्ययन करना होता है. एक मरीन इंजीनियर में नेतृत्व की गुणवत्ता भी बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि उसे एक टीम का प्रबंधन करना होता है
मरीन इंजीनियरिंग की सैलरी (Marine Engineering Salary)
मरीन इंजीनियरिंग का वेतन उनके कार्य क्षेत्र और स्थिति पर अधिक निर्भर करता है. क्योंकि इस क्षेत्र में अलग-अलग क्षेत्र और अलग-अलग पद होते हैं, जिस वजह से वेतन भी अलग-अलग होता है, इसलिए यह आप पर निर्भर करता है कि आप इस क्षेत्र में कौन-सा पद लेते है, फिर भी अच्छी कंपनियों में मरीन इंजीनियरिंग का सुरुआती वेतन 35 हजार से लेकर 45 हजार होता है और समय के हिसाब से ज्यादा अनुभव होने पर सैलरी बढ़ती जाती है.
Marine Engineer FAQs
Question – 12वी के बाद मरीन इंजीनियर बनने के लिए क्या करे?
Answer – जो छात्र 12वीं के बाद मरीन इंजीनियर बनना चाहते है, ऐसे छात्रों को सबसे पहले 12वीं कक्षा फिजिक्स केमिस्ट्री मैथमैटिक्स से अच्छे अंको के साथ पास करना होगा. आप आपने चुने हुए कॉलेज की एंट्रेंस एग्जाम पास कर प्रवेश ले सकते है. यदि आप मरीन इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री करना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ कॉलेजों में जेई मेन्स, जेईई एडवांस जैसे एंट्रेंस स्कोर के आधार पर दाखिला मिल सकता है. और अपना पसंदीदा कोर्स चुनकर आप मरीन इंजीनियरिंग का कोर्स पूरा कर सकते हैं.
Question – मरीन इंजीनियर के लिए योग्यता क्या है?
Answer – अगर आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले फिजिक्स केमिस्ट्री मैथमैटिक्स यानी साइंस स्ट्रीम से 12वीं क्लास अच्छे अंकों से पास करनी होगी. और कॉलेज का एंट्रेंस एग्जाम पास करने के बाद आप कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं. कुछ कॉलेजों में जेईई मेन्स, जेईई एडवांस जैसे एंट्रेंस स्कोर के आधार पर प्रवेश मिलता है. उसके बाद ही आप मरीन इंजीनियरिंग में अपने पसंद का कोर्स चुन सकते है.
Question – मरीन इंजीनियर के लिए आयु सीमा क्या है?
Answer – मरीन इंजीनियर पद के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 17 वर्ष और अधिकतम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए
Question – समुद्री अभियंता बनने के लिए पुरुष उम्मीदवार की लंबाई कितनी होनी चाहिए?
Answer – मरीन इंजीनियर बनने के लिए पुरुष उम्मीदवार की लंबाई 150 सेमी होनी चाहिए
Question – मरीन इंजीनियर के लिए महिला उम्मीदवार की हाइट कितनी होनी चाहिए?
Answer – मरीन इंजीनियर के लिए महिला उम्मीदवार की ऊंचाई 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए
Question – समुद्री अभियंता के लिए आवश्यक नेत्र दृष्टि क्या है?
Answer – आंखों की दृष्टि 6/6 और 6/9 होनी चाहिए
Question – मरीन इंजीनियरिंग की फीस कितनी है?
Answer – यदि आप इसमें बीएससी नॉटिकल साइंस या बीएससी मरीन साइंस करते हैं तो आपसे ₹225,000 प्रथम वर्ष की फीस ली जा सकती है, वहीं यदि आप मरीन इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी करते हैं तो आपको ₹225,000 प्रथम वर्ष की फीस देनी पड़ सकती है. इसके अलावा अगर आप मरीन इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस करते हैं तो आपको पहले साल की फीस 185,000 के आसपास लग सकती है.
Question – मरीन इंजीनियरिंग की सैलरी कितनी होती है?
Answer – अच्छी कंपनियों में मरीन इंजीनियरिंग का सुरुआती सैलरी 35 हजार से लेकर 45 हजार तक होता है वही समय के अनुसार जैसा-जैसा अधिक अनुभव प्राप्त करते है आपकी सैलरी भी बढ़ जाती है.
Conclusion
दोस्तों इस लेख में Marine Engineer Kya Hai Kaise Bane – Samundri Engineer Banne Ke Liye Kya Kare इससे जुडी जानकारी इस लेख में पेश की है, जो इस प्रकार है –
- मरीन इंजीनियर क्या है?
- मरीन इंजीनियर के लिए योग्यता
- Marine Engineer बनने के लिए शारीरिक योग्यता
- मरीन इंजीनियर के लिए जरूरी स्किल्स
- Marine Engineering की फीस
- मरीन इंजीनियर के लिए कॉलेज प्रवेश प्रोसेस
- मरीन इंजीनियर कैसे बने?
- Marine Engineer के लिए कोर्सेस
- Marine Engineering Syllabus
- मरीन इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट कॉलेज
- समुद्री इंजीनियरिंग करियर विकल्प
- Marine Engineering Career Scope
- मरीन इंजीनियरिंग कोर्स के बाद भर्ती कंपनियां
- Marine Engineer के कार्य
- मरीन इंजीनियरिंग की सैलरी
- Marine Engineer FAQs
दोस्तों इस लेख में मैंने Marine Engineer Kya Hai Kaise Bane – Samundri Engineer Banne Ke Liye Kya Kare इससे संबंधित जानकारियों से रूबरू कराया है. मुझे उम्मीद है की आपको यह जानकारी पसंद आई होगी.
अगर आपको यह जानकारी मरीन इंजीनियर बन्ने के लिए उपयोगी लगती है, तो इस लेख को अपने दोस्तों तथा अन्य लोगों के साथ जितना हो सकें अधिक से अधिक शेयर करे. धन्यवाद.
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