NRC Full Form – What is एनआरसी? NRC Full Form in Hindi & English – इस लेख में NRC का फुल फॉर्म – NRC क्या है? के बारे में जानेंगे.
दोस्तों NRC के बारे में तो आप जानते ही होंगे, अगर आप नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं, क्योंकि इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि NRC Full Form क्या होता है? एनआरसी क्या है? NRC का फुल फॉर्म हिंदी और अंग्रेजी में (NRC Full Form in Hindi & English), अगर आप जानना चाहते है की NRC का फुल फॉर्म क्या है? तो इस लेख के साथ अंत तक बने रहे –
एनआरसी का फुल फॉर्म (NRC Full Form in Hindi & English)
NRC का फुल फॉर्म “National Register of Citizens” होता है. जिसका हिंदी फुल फॉर्म “भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर” होता है. जिसका मकसद भारत के सभी नागरिकों की पहचान करना तथा किसी दूसरे देश से भारत में आए घुसपैठिए की पहचान कर उनको देश से बाहर करना है.
NRC Full Form in English – National Register of Citizens है.
- N – National
- R – Register
- C – of Citizens
एनआरसी Full Form in Hindi – भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर होता है. जिसका मकसद अवैध रूप से भारत में बसे घुसपैठियों को अपने भारत देश से बाहर खदेड़ना है.
- एन – राष्ट्रीय
- आर – रजिस्टर
- सी – नागरिकों के
NRC क्या है?
एनआरसी का मतलब (Meaning of NRC) National Register of Citizens होता है. जिसका हिंदी में पूर्ण नाम भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर होता है. जिसका उद्देश्य अवैध रूप से भारत में बसे घुसपैठियों को अपने भारत देश से बाहर खदेड़ना है.
आपको बता दें कि जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ था तब दोनों तरफ से बड़ी संख्या में शरणार्थियों का ट्रांसफर किया गया था. विभाजन के दौरान बड़ी संख्या में लोग असम से पूर्वी पाकिस्तान चले गए.
लेकिन उनकी जमीन और संपत्ति असम में थी, जिसके कारण इनमें से कई लोगों का भारत में आना-जाना जारी रहा इसके परिणामस्वरूप, मूल भारतीय नागरिकों और अवैध शरणार्थियों के लिए यह जानना मुश्किल हो गया कि वह व्यक्ति भारतीय था या नहीं.
जिससे कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होने लगीं, जिसके कारण सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए वर्ष 1951 में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (National Register of Citizens) यानी NRC तैयार किया.
इस प्रक्रिया के लिए 1986 में नागरिकता अधिनियम में संशोधन कर असम के लिए विशेष प्रावधान किया गया था. इसके तहत उन लोगों के नाम रजिस्टर में शामिल किए गए हैं, जो 25 मार्च 1971 से पहले असम के नागरिक हैं, या उनके पूर्वज यहां रह रहे हैं ‘राज्य’ में.
इसके अलावा असम देश इकलौता राज्य है जहां NRC लागू है। वर्ष 1951 में राज्य में पहली बार राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (National Register of Citizens) बनाया गया था. और उस समय की गई जनगणना में शामिल प्रत्येक व्यक्ति को राज्य का नागरिक माना जाता था.
इसके बाद पिछले कुछ सालों से राज्य में इसे एक बार फिर से अपडेट करने की मांग की जा रही थी. दरअसल, पिछले कई दशकों से पड़ोसी देशों खासकर बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ की वजह से वहां जनसंख्या का संतुलन काफ़ी बिगड़ने लगा था. जिसके चलते वहां के लोग NRC को अपडेट करने की मांग कर रहे थे.
एनआरसी को लागू करने की जरूरत क्यों पड़ी?
असम में करीब 50 लाख बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं. जिसके चलते सरकार ने असम में अवैध रूप से रह रहे लोगों को हटाने के लिए नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) बनाया है.
यह दुनिया के सबसे बड़े अभियानों में से एक है, इसके जरिए अवैध रूप से रह रहे लोगों की पहचान की जाएगी. पहचान के बाद उन्हें उनके देश वापस भेज दिया जाएगा.
जनसंख्या अधिक होने के कारण यहाँ कई दशकों से सामाजिक और आर्थिक समस्याएँ बनी हुई हैं. एनआरसी की रिपोर्ट से इस बात की जानकारी मिलेगी कि कौन भारतीय नागरिक है और कौन नहीं,
अगर वह व्यक्ति भारतीय है तो उन्हें वो सारे अधिकार मिलेंगे, जो एक भारतीय को मिलते हैं. इसलिए भारतीय को सारे अधिकार मिलना चाहिए उसके लिए NRC को लागू करने की जरूरत पड़ी.
NRC से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण Information
- एनआरसी का गठन पहली बार वर्ष 1951 में किया गया था.
- 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी शरणार्थियों ने भारत में प्रवेश किया.
- वर्ष 1970 से लेकर वर्ष 1980 तक असम में जनसांख्यिकीय परिवर्तन और इसके परिणामस्वरूप अवैध शरणार्थियों और राज्य के निवासियों के बीच सामाजिक, जाति और वर्ग-संघर्ष शुरू किया गया था.
- असम विद्रोह की शुरुआत 1979 से 1985 तक ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) के नेतृत्व में हुई थी और इसे ऑल असम गण संग्राम परिषद ने भी समर्थन दिया था.
- 1985 के असम समझौते पर हस्ताक्षर करने और 1951 में प्रकाशित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को अद्यतन करने का प्रावधान था.
- साल 2012 से 2013 तक सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद केंद्र सरकार को NRC को अपडेट करने का निर्देश दिया गया था.
- 31 अगस्त 2019 को एनआरसी की अंतिम सूची जारी की गई, जिसमें करीब 19 लाख लोगों को बाहर कर दिए गए थे जिस कारन एनआरसी में गड़बड़ी के आरोप लगे.
NRC Rules
- एनआरसी के बाद खुद की संपत्ति होने पर उस पर अधिकार नहीं बचेगा.
- NRC के नियमों के अनुसार जिस राज्य में एनआरसी की सूची जारी की जाती है और उस सूची में शामिल नाम के लोग किसी देश के नागरिक नहीं हैं, उन्हें कोई सरकारी सुविधा नहीं मिलती है.
- जिन लोगों का नाम इस सूची में शामिल किया गया है और जिनकी भारतीय नागरिकता समाप्त हो गई है. वे लोग पहले की तरह वोट नहीं डाल पाएंगे और साथ ही उन्हें किसी कल्याणकारी योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा. इसके अलावा उन्हें अपनी ही संपत्ति से बेदखल कर दिया जाता है.
Documents to Register Name in NRC
- नागरिकता प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- ऑथोरिटी द्वारा जारी लाइसेंस/प्रमाण पत्र
- LIC की बीमा पॉलिसी
- जमीन और किरायेदारी के दस्तावेज
- बैंक या पोस्ट ऑफिस में अकाउंट
- न्यायलय रिकॉर्ड से जुड़ा दस्तावेज
- किसी भी स्टेट या यूनिवर्सिटी से प्राप्त शिक्षण प्रमाण पत्र
एनआरसी से जुड़े अन्य फुल फॉर्म (Other Full Forms Related to NRC)
- Nichols Research Corporation
- Network Research Corporation
- Nokia Research Center
- National Research Corporation
- Nursing Reference Center
- Nuclear Research Corporation
- Neighborhood Reinvestment Corporation
- Neilson Research Corporation
- National Revenue Center
- Nestle Research Centre
- Net Replacement Cost
- Non-Resident Client
- Non-Recurring Cost
- Nonrecurring Recoupment Charge
NRC से रिलेटेड FAQs
Question – एनआरसी में शामिल होने के लिए क्या जरूरी है?
Answer – जो 25 मार्च 1971 से पहले असम के नागरिक हैं, या उनके पूर्वज यहां रह रहे हैं ‘राज्य’ में. उन लोगों के नाम रजिस्टर में शामिल किए गए हैं.
Question – NRC का फुल फॉर्म क्या है? इन हिंदी
Answer – ‘भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर’ NRC का हिंदी फुल फॉर्म होता है. जिसका मकसद अवैध रूप से भारत में बसे घुसपैठियों को अपने भारत देश से बाहर खदेड़ना है.
Question – एनआरसी का गठन कब हुआ था?
Answer – NRC का गठन पहली बार वर्ष 1951 में किया गया था.
Question – NRC का उद्देश्य क्या था?
Answer – एनआरसी का उद्देश्य अवैध रूप से भारत में बसे घुसपैठियों को अपने भारत देश से बाहर निकालना था.
Question – NRC का पूरा नाम क्या है?
Answer – ‘National Register of Citizens’ NRC का पूरा नाम है.
Conclusion
दोस्तों इस लेख में NRC Full Form – What is NRC? NRC Full Form in Hindi & English इससे जुडी जानकारी बताई है. जो इस प्रकार है –
- एनआरसी का फुल फॉर्म
- NRC Full Form in English
- एनआरसी Full Form in Hindi
- NRC क्या है?
- एनआरसी को लागू करने की जरूरत क्यों पड़ी?
- NRC से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण Information
- NRC Rules
- Documents to Register Name in NRC
- एनआरसी से जुड़े अन्य फुल फॉर्म
- NRC से रिलेटेड FAQs
दोस्तों इस लेख में मैंने NRC Full Form – What is NRC? NRC Full Form in Hindi & English इससे संबंधित जानकारियों से रूबरू कराया है. मुझे उम्मीद है की आपको यह जानकारी पसंद आई होगी.
अगर आपको यह जानकारी NRC Full Form जानने के लिए उपयोगी लगती है, तो इस लेख को अपने दोस्तों तथा अन्य लोगों के साथ अधिक से अधिक शेयर करे. धन्यवाद.
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