इस लेख में आप Wi-Fi Kya Hai – Wi-fi Kaise Kaam Karta Hai – इससे सम्बंदित जानकारी जानेंगे. इंटरनेट के इस दौर में बिना वाईफाई के इंटरनेट के इस तकनीक का कोई मतलब नहीं है. इस मौजूदा समय में वाई-फाई (Wi-Fi) का अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है. अधिकांश लोग इंटरनेट कनेक्शन स्थापित कर वाईफाई के माध्यम से घर में सभी मोबाइल फोन, कंप्यूटर, लैपटॉप को जोड़कर इंटरनेट सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं वाई-फाई क्या है? वाईफाई कैसे काम करता है? (What is Wi-Fi and how does WiFi work in Hindi)
Wifi Full Form
- WiFi Full Form in English – Wireless Fidelity
- वाईफाई का फुल फॉर्म हिंदी – वायरलेस फिडेलिटी
- Wi – Wireless
Fi – Fidelity
- वाई – वायरलेस
फाई – फिडेलिटी
वाई-फाई क्या है? (Wi-Fi Kya Hai Details in Hindi)
वाईफाई (WiFi) एक ऐसी तकनीक है जहां रेडियो तरंगों की मदद से नेटवर्क और इंटरनेट तक पहुंचने के लिए एक उपकरण होता है. और यह वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट के आसपास मोबाइल फोन को वायरलेस इंटरनेट प्रदान करने का काम करता है.
वाईफाई (WiFi) यह एक वायरलेस फिडेलिटी (Wireless Fidelity) है, यह एक लोकप्रिय वायरलेस नेटवर्किंग तकनीक है. और इस तकनीक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसकी गति काफी तेज होती है. जिससे इसकी आई.ई.ई.ई. यानी (Institute of Electrical and Electronics Engineers) मानकों पर निर्भर करता है. जिसे 802.11 प्रोटोकॉल कहा जाता है.
और इन प्रोटोकॉल की श्रृंखला में सबसे नया है प्रोटोकॉल 802.11ag जो 2018 में जारी किया गया था. और यह तकनीक आज के कंप्यूटर, स्मार्टफोन, लैपटॉप आदि में सरलता से मिल जाती है. और साथ ही बिना वायरलेस तरीके से इंटरनेट की सुविधा प्राप्त होती है. इसके माध्यम से आप और मैं एक सीमित स्थान में इंटरनेट से जुड़ सकते हैं.
Wireless Fidelity Standard in Hindi
वाई-फाई मानक (Wi-Fi Standard) के कुछ एक्साम्प्ले के तौर पर बता रहे है. जो निम्नलिखित है.
Wi-Fi 802. 11a – इसे आईईईई द्वारा वर्ष 1999 में बनाया गया था. और यह 115 फीट तक 54 एमबीपीएस की स्पीड से काम करता था.
Wi-Fi 802. 11b – इसे 1999 में घरेलू उपयोग के लिए बनाया गया था, जो 5 गीगाहर्ट्ज़ फ़्रीक्वेंसी पर 11 एमबीपीएस की गति से 115 फीट तक संचालित होता था.
Wi-Fi 802. 11g – इसे 2003 में 802.11a और 802.11b को मिलाकर बनाया गया था, जो 2.4 GHz फ़्रीक्वेंसी पर 54 एमबीपीएस की गति से 125 फीट तक संचालित होता था.
Wi-Fi 802. 11n – इसे 2009 में डुअल बैंड राउटर की 2.4 GHz और 5 GHz दोनों फ़्रीक्वेंसी पर काम करने के लिए बनाया गया था. इसकी डेटा भेजने की गति 54 एमबीपीएस थी और 230 फीट तक काम करती थी.
Wi-Fi 802. 11ac – इसे 2013 में 802.11ac के रूप में पेश किया गया था, प्रोटोकॉल का 802.11 सेट (जो वाई-फाई नेटवर्किंग परिवार का हिस्सा है) और एक वायरलेस नेटवर्किंग मानक है जो 5 गीगाहर्ट्ज बैंड पर उच्च-थ्रूपुट वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (WLANs) प्रदान करता है.
Wi-Fi 802. 11ax – 802.11ax वाई-फाई 6 कहता है. और 802.11ac वाई-फाई 5 है, और 802.11 एन वाई-फाई 4 है. Wi-Fi Alliance के अनुसार मिलान समापन बिंदु बनाना है और राउटर वाई-फाई तकनीक के रैंक-एंड-फाइल उपयोगकर्ता के लिए एक साधारण मामला है. वाई-फाई 6 की एक उपश्रेणी है जिसे वाई-फाई 6e कहा जाता है, जिसे अतिरिक्त स्पेक्ट्रम को समायोजित करने के लिए 802.11ax विनिर्देश में लिखा गया था जिसे सड़क के नीचे जोड़ा जा सकता है. यह अप्रैल 2020 में हुआ, वाई-फाई 6e एक्सेस प्वाइंट बनाम मूल वाई-फाई 6 एपी की क्षमता का विस्तार.
वाई-फाई कैसे काम करता है? (How does WiFi Work in Hindi)
आज के समय में हर कोई वाईफाई (WiFi) का इस्तेमाल कर रहा है. चाहें वह घर हो या ऑफिस या फिर कोई अन्य जगह ही क्यों न हो हर जगह वाईफाई का इस्तेमाल हो रहा है. और इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लिए हमें एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जरूरत होती है.
जिसे वायरलेस ट्रांसमीटर/हब/राउटर कहते हैं. यह डिवाइस वाईफाई नेटवर्क बनाता है. यह वायरलेस डिवाइस (राउटर) ब्रॉडबैंड कनेक्शन के माध्यम से जानकारी प्राप्त करता है. अब इसके अंदर कुछ कंपोनेंट्स होते हैं.
जो इस जानकारी को रेडियो तरंगों में बदल देता है. और यह उपकरण इन परिवर्तित तरंगों को बाहर उत्सर्जित करता है. इस प्रक्रिया के माध्यम से वायरलेस सिग्नल का एक छोटा सा क्षेत्र बनता है. जिसे हम वाईफाई जोन (WiFi zone.) कहते हैं.
वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क एक रूप लेता है. और इस छोटे से क्षेत्र के सभी उपकरण जैसे कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, इन सभी उपकरणों में बिल्ट-इन वायरलेस एडेप्टर है. जिसकी मदद से आप आसानी से WiFi Signal प्राप्त कर सकते हैं.
और आज के स्मार्ट फोन में वाई-फाई सर्विस के साथ-साथ हॉटस्पॉट का भी ऑप्शन दिखाई देता है. जिसपे आप न केवल किसी अन्य वाईफाई नेटवर्क का उपयोग कर सकते हैं.
बल्कि अपने फोन को राउटर की तरह इस्तेमाल करके आप हॉटस्पॉट से कई अन्य डिवाइसेज को इंटरनेट कनेक्शन दे सकते हैं.
वाई-फाई के फीचर्स (Features of WiFi)
क्या आप वाईफाई के फीचर्स (Features of WiFi) के बारे में जानते हैं, अगर नहीं जानते हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि इसमें हम आपको वाईफाई के फीचर्स के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं. जो निम्नलिखित है.
1. Efficiency
आजकल हर कोई इंटरनेट के लिए सेल्युलर नेटवर्क (Cellular Network) का इस्तेमाल करता है. लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे कि एक सेल्युलर नेटवर्क का क्षेत्रफल कुछ अधिक ही होता है.
लेकिन आप नहीं जानते कि जब आप चलती ट्रेन, बस में सेल्युलर नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं तो आप बार-बार अलग-अलग नेटवर्क से जुड़ते रहते हैं. जिससे आपके मोबाइल की एनर्जी तेजी से खत्म होने लगती है.
लेकिन वाईफाई के साथ ऐसा नहीं होता है. क्योंकि इसमें वाई-फाई इंटरनेट के लिए रेडियो वेव्स का इस्तेमाल करता है. जिसके लिए आपको एक राउटर की जरूरत पड़ेगी. जीससे आपके मोबाइल के बैटरी चार्ज पर बहुत कम फर्क पड़ता है.
2. Accessibility
आज के समय में सभी नेटवर्क प्रोवाइडर कंपनियां मौजूद हैं. लेकिन उनकी तुलना में वाईफाई जितना सस्ता प्लान आपको कोई और नहीं दे सकता. क्योंकि मोबाइल प्लान में जो भी डाटा रहता है वह चंद जीबी में होता है. और इस वाईफाई में आपको 50 जीबी का प्लान मिल सकता है. या इससे भी अधिक हो सकता है.
क्योंकि इसमें आप कितना भी डाटा खर्च कर लें, इसमें सीमित रहने की कोई जरूरत नहीं है. लेकिन इसमें रिलायंस जियो, एयरटेल, वोडाफोन जैसी बड़ी कंपनियों के प्लान खास तौर पर सीमित होते हैं.
यानी अगर आप मोबाइल नेटवर्क में लिमिट से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो आपका बैलेंस कट जाता है. इसलिए नेट एक्सेस तथा डेटा के मामले में वाईफाई आपके लिए बेस्ट है.
3. स्पीड (Speed)
अगर हम मोबाइल नेटवर्क की तुलना में वाईफाई नेटवर्क की बात करें, तो वाईफाई नेटवर्क की स्पीड बहुत अधिक होती है. यह तो आप पहले ही देख चुके होंगे. क्योंकि अगर आप वाईफाई से लाइव स्ट्रीमिंग कर रहे हैं, तो आपको 1mbps से लेकर 100mbps तक की स्पीड मिलती है, जबकि मोबाइल में ही लोडिंग चलती रहती है. जो बहुत स्लो होती है.
4. Cost
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मोबाइल डेटा के मुकाबले वाईफाई की कीमत काफी कम होती है. और एक समय था जब 100 में 1GB इंटरनेट डेटा मिलता था. लेकिन अब Jio के आने के बाद डेटा की कीमतों में काफी कमी हो गई है.
और इस कम कीमत की वजह से हम ऑफिस और घर में वाईफाई कनेक्शन का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. लेकिन इंटरनेट नेटवर्क प्रोवाइडर कंपनी के मुकाबले में वाईफाई इतना सस्ता प्लान कोई नहीं दे सकता.
वाईफाई का इतिहास (History of WiFi)
1985 में संयुक्त राज्य अमेरिका के FCC द्वारा वाईफाई तकनीक की शुरुआत की घोषणा की गई थी. उसके बाद Hedy Lamarr और Gearge Antheil ने 1941 में अलग-अलग स्पेक्ट्रम तकनीक का लाइसेंस लिया. और इस तकनीक के बाद सिग्नल में काफी सुधार हुआ.
जिसके बाद एनसीआर कॉर्पोरेशन ने विक्टर हेस और ब्रूस टच के साथ मिलकर 1988 में Institute of Electrical and Electronics Engineers (आईईईई) से एक मानक तैयार करने का अनुरोध किया जिसे 1997 में तैयार और प्रकाशित किया गया, जिसका नाम 802.11a रखा गया था
लेकिन उसके बाद एक और वर्जन 802.11b प्रकाशित हुआ. और यह वर्जन काफी कम समय में लोकप्रिय हो गया. इस संस्करण ने जल्दी से हार्डवेयर बाजार में अपनी स्थिति स्थापित कर ली.
और वर्ष 2002 में वायरलेस और हाई-फाई शब्दों से मिलकर एक शब्द बनाया गया जो वाईफाई नाम से प्रशिद्ध है. जिसे आज भी वाईफाई तकनीक कहा जाता है.
वाईफाई की विशेषताएं (Features of WiFi)
- वाईफाई की स्पीड मोबाइल नेटवर्क से काफी तेज होती है. इसी वजह से ज्यादातर लोग वाईफाई नेटवर्क का इस्तेमाल करना अधिकतर पसंद करते हैं.
- WiFi का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है. आप वाईफाई चालू करके और पासवर्ड डालकर अपने डिवाइस में वाईफाई कनेक्ट कर उपयोग कर सकते हैं. वाईफाई का इस्तेमाल करने के लिए आपको किसी भी तरह के तकनीकी ज्ञान की जरूरत नहीं है.
- वाईफाई की कीमत मोबाइल डेटा के मुकाबले काफी कम है. इतना ही नहीं Jio के आने के बाद वाईफाई और भी सस्ता हो गया है.
- आप एक से अधिक डिवाइस को वाईफाई नेटवर्क से कनेक्ट कर सकते हैं.
वाईफाई के लाभ (Benefits Of Wifi)
- आप एक राउटर के माध्यम से मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर, टैबलेट जैसे सभी उपकरणों को आसानी से कनेक्ट कर सकते हैं.
- मोबाइल नेटवर्क की तुलना में वाई-फाई इंटरनेट की गति बहुत अधिक है, जीसमे आप 1 Mbps से 100 Mbps तक का लाभ प्राप्त सकते हैं.
- इसे आप आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसके लिए आपको अपना वाईफाई ऑन करना होगा. और पासवर्ड को डालकर कनेक्ट करना है.
- वाईफाई (Wi Fi) की कीमत मोबाइल डेटा की तुलना में काफी कम होती है.
- आज के समय में वाईफाई (Wi Fi) हर जगह पर उपलब्ध है. जैसे की बस, ट्रेन, कॉफी शॉप, सुपर मार्केट,रेलवे स्टेशन आदि.
वाईफाई के नुकसान (Disadvantages of WiFi)
- वाईफाई की रेंज सीमित होती है, आप अधिक दूर से वाईफाई से कनेक्ट नहीं हो सकते हैं.
- जब एक ही नेटवर्क से ज्यादा डिवाइस कनेक्ट होते हैं तो वाईफाई की स्पीड बहुत धीमी हो जाती है.
- कई जगह पर वाईफाई की स्पीड अच्छी नहीं होने के कारन कम ज्यादा होती रहती है.
- वायरलेस होने के कारण पूरी सुरक्षा देना मुश्किल है.
WiFi Related FAQs
Question – वाईफाई का उपयोग क्या है?
Answer – WiFi का उपयोग लगभग हर जगह जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप, कंप्यूटर आदि में किया जाता है. इंटरनेट से जुड़ने के लिए उपकरणों का उपयोग किया जाता है. इतना ही नहीं शिक्षा के क्षेत्र में ऑनलाइन होने के कारण घर, स्कूल, कॉलेज आदि में वाईफाई अहम भूमिका निभाती है. ऑफिस में भी वाईफाई का इस्तेमाल बखूबी किया जाता है. ऑफिस के सभी सिस्टम WiFi से जुड़े हैं ताकि कंपनियों का काम सुचारू रूप से चलता रहे.
Question – वाईफाई का आविष्कार किसने किया था?
Answer – WiFi का आविष्कार जॉन ओ सुलिवन (John O’Sullivan) ने 1991 में किया था.
Question – वाईफ़ाई का पूरा नाम क्या है?
Answer – WiFi का पूरा नाम Wireless Fidelity है, जिसे हिंदी में वायरलेस फिडेलिटी कहते है, जो रेडियो तरंगों की मदद से नेटवर्क और इंटरनेट तक पहुंचने के लिए एक उपकरण होता है. और यह वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट के आसपास मोबाइल फोन को वायरलेस इंटरनेट प्रदान करने का काम करता है.
Question – वाईफाई की रेंज क्या है?
Answer – WiFi की रेंज की बात करें तो यह लगभग 1.3Gbps का है, यह 5 GHz की फ्रीक्वेंसी पर काम करता है और इसकी रेंज 115 फीट है. आजकल ज्यादातर डिवाइस इसी वाईफाई का इस्तेमाल करते हैं. यह वाईफाई तकनीक 2009 में 2.4 गीगाहर्ट्ज और 5 गीगाहर्ट्ज आवर्ती राउटर दोनों पर काम करने के लिए बनाई गई थी. इसकी डेटा भेजने की गति 54 एमबीपीएस और 250 फीट तक काम कर सकती है.
Question – वाईफाई कौन सा सबसे अच्छा है?
Answer – 2.5 गीगाहर्ट्ज़ स्टैंडर्ड राउटर की तुलना में 5 गीगाहर्ट्ज़ स्टैंडर्ड राउटर में नेटवर्क बेहतर हो जाता है, लेकिन इसकी कीमत भी ज्यादा होती है. यदि नेटवर्क व्यवधान मुख्य समस्या नहीं है, तो 2.5GHz राउटर चुनें.
Question – प्रोटोकॉल की श्रृंखला में सबसे नया प्रोटोकॉल कौन सा है और इसे किस वर्ष जारी किया गया था?
Answer – प्रोटोकॉल की श्रृंखला में सबसे नया प्रोटोकॉल 802.11ag है जो 2018 में जारी किया गया था और यह तकनीक आजकल नए स्मार्टफोन, लैपटॉप और कंप्यूटर में आसानी से पाई जाती है.
Question – एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में सूचना भेजने के लिए किस वाई-फाई का उपयोग किया जाता है?
Answer – एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में सूचना भेजने के लिए वाई-फाई IEEE 802.11 मानक का प्रयोग किया जाता है,
Question – मानक वाई-फाई कौनसे है?
Answer – Wi-Fi 4 – 802.11n, Wi-Fi 5 – 802.11ac, Wi-Fi 6 – 802.11ax आदि.
Question – वाई-फाई 6 क्या है? (What is Wi-Fi 6?)
Answer – जैसा कि आप जानते ही होंगे, Wi-Fi 6 अगली पीढ़ी का मानक है, जिसे WiFi तकनीक के रूप में जाना जाता है. Wi-Fi 6 को “AX WiFi” या “802.11ax WiFi” भी कहा जाता है. इसे मौजूदा 802.11ac वाई-फाई मानक में और सुधार करके अगली पीढ़ी के लिए बनाया गया है. जो आने वाले समय में वाई-फाई 6 को तेज कर देगा. जिससे यह दुनिया में एक बड़ी क्रांति लेकर आएगा है.
Question – Wi-Fi का हिंदी फुल फॉर्म क्या है?
Answer – “वायरलेस फिडेलिटी” Wi-Fi का हिंदी फुल फॉर्म है.
निष्कर्ष
दोस्तों इस लेख में Wi-Fi Kya Hai Aur Wifi Kaise Kaam Karta Hai इससे जुड़ी जानकारी बताई है. जो इस प्रकार है –
- Wifi Full Form
- वाई-फाई क्या है
- Wireless Fidelity Standard in Hindi
- वाई-फाई कैसे काम करता है
- वाई-फाई के फीचर्स
- 1. Efficiency
- 2. Accessibility
- 3. स्पीड (Speed)
- 4. Cost
- History of WiFi
- वाईफाई की विशेषताएं
- Benefits Of Wifi
- वाईफाई के नुकसान
- WiFi Related FAQs
दोस्तों इस लेख में मैंने Wi-Fi Kya Hai Aur Wifi Kaise Kaam Karta Hai इससे संबंधित जानकरियो से रूबरू कराया है. मुझे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी.
अगर आपको यह जानकारी Wi-Fi Kya Hai के बारे में जानने के लिए उपयोगी लगती है, तो इस लेख को अपने दोस्तों तथा अन्य लोगों के साथ जितना हो सकें अधिक से अधिक साझा करें. धन्यवाद.
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